पीएम मोदी और शी जिनपिंग ने भारत-चीन संबंधों को विकास साझेदारी के रूप में मजबूत बनाए रखने पर दिया जोर*
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 साल बाद चीन दौरे पर गए हुए है जहां आज पीएम मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के राष्ट्राध्यक्षों की 25वीं बैठक से पहले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। हाल के वर्षों में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव के कारण प्रभावित हुए थे। पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय सहयोग से करोड़ों लोगों का कल्याण जुड़ा है। वहीं शी जिनपिंग ने भी समान भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि हाथी और ड्रैगन का साथ चलना आवश्यक है। भारत और चीन विकास साझेदार हैं, प्रतिद्वंद्वी नहीं। उनके मतभेदों को विवाद में नहीं बदलना चाहिए। दोनों नेताओं ने तियानजिन में लगभग 55 मिनट की द्विपक्षीय वार्ता हुई जिसमें दोनों देशों ने रिश्ते मजबूत करने पर सहमति जताई। नेताओं ने टकराव की बजाय विकास पर जोर दिया। जिससे भारत और चीन के रिश्ते बेहतर हो सकें।






